भोपाल
कोरोना आपदा में लगातार ड्यूटी कर रहे पुलिस जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार कई अहम कदम उठाने जा रही है। सरकार ने तय किया है कि जो पुलिस जवान लगातार 30 दिनों से कोरोना आपदा में ड्यूटी कर रहे हैं उन्हें सम्मान के तौर पर मेडल दिया जाएगा। इतना ही नहीं कोरोना आपदा में ड्यूटी करने वाले पुलिस जवानों को 15 अगस्त को कर्मवीर सम्मान से सम्मानित भी किया जाएगा। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में हुई अहम बैठक के दौरान इन फैसलों के बारे में पुलिस के आला अधिकारियों से चर्चा की। सरकार ने यह भी तय किया है कि कोरोना आपदा में ड्यूटी के दौरान जो पुलिस जवान शहीद हो रहे हैं उनके परिजनों की मदद के लिए पुलिस मुख्यालय में अलग से एक हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। इसमें एडीजी स्तर के एक अधिकारी को मॉनिटरिंग का जिम्मा दिया जाएगा। हेल्प डेस्क परिजनों के सामने आने वाली समस्या का समाधान करेगी।
घर बैठे होगी एफआईआर
कोरोना आपदा के बाद के हालातों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अब यह तय किया है कि छोटे-मोटे अपराधों में एफआईआर (FIR) घर बैठे ही लिखी जाएगी। इसके तहत डायल 100 पर कॉल करना होगा। फिर डायल 100 पर तैनात पुलिस टीम घर पहुंच कर ही संबंधित मामले में एफआईआर दर्ज करेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि थानों के अंदर भीड़ को कम किया जा सके।
पहली बार PHQ पहुंचे गृहमंत्री
गृह मंत्री की कुर्सी संभालने के बाद नरोत्तम मिश्रा मंगलवार को पहली बार पुलिस मुख्यालय पहुंचे। यहां पर उन्हें सबसे पहले गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने पुलिस मुख्यालय में ही अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में कोरोना आपदा के दौरान पुलिस जवानों की ड्यूटी और उनके सामने आने वाली समस्याओं को लेकर खास तौर पर चर्चा की गई। लॉकडाउन में पुलिस किस तरह से ड्यूटी करे इसको लेकर भी बैठक में चर्चा की गई।